बादशाह खान सिविल अस्पताल के अंदर का दृश्य।
फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में एक महिला ने स्ट्रेचर पर बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के पिता ने बच्चा बदलने का आरोप लगा कर अस्पताल में हाई वोल्टेज ड्रामा कर दिया। अस्पताल में या हाई वोल्टेज ड्रामा कई घंटे तक चलता रहा। इसी बीच उसने पुलिस को बुला
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मोहम्मद मोती नाम के युवक ने दावा किया कि उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया था। उसने कहा कि उसने खुद अपनी पत्नी की डिलीवरी कराई थी। लेकिन जब अस्पताल स्टाफ ने उसे फाइल पर साइन करने के लिए बुलाया, तो बताया गया कि उसे बेटी हुई है।
इस बात को सुनते ही मोती ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। उसने बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए पुलिस को भी बुला लिया। पुलिस उसे थाना नंबर 3 ले गई। वहां भी वह अपनी बात पर अड़ा रहा।
बिहार का रहने वाला है युवक
मोहम्मद मोती मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। फिलहाल वह पल्ला इलाके में रह रहा है। घटना उस समय हुई जब उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था। महिला ने आपातकालीन विभाग में ही स्ट्रेचर पर बच्ची को जन्म दे दिया। इसके बाद अस्पताल स्टाफ तुरंत मां और बच्ची को जच्चा-बच्चा वार्ड में ले गए।
दो बेटी और एक बेटा पहले
उसके दो बेटी और एक बेटा पहले हैं और यह उसका चौथा बच्चा था। सोमवार को जब उसकी पत्नी रिहाना को लेबर पेन हुआ तो उसने एंबुलेंस बुला ली और वह अपनी पत्नी को बादशाह खान सिविल अस्पताल में डिलीवरी करने के लिए लाया। जैसे ही वह अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचा कि तभी उसकी पत्नी ने स्ट्रेचर पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।
जिसके चलते उसने अस्पताल महिला स्टाफ से मदद मांगी और महिला स्टाफ ने पत्नी की डिलीवरी कराई। मोहम्मद मोती ने बताया कि उसने खुद अपनी आंखों से देखा था कि उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था लेकिन कुछ देर बाद अस्पताल स्टाफ ने कहा कि उसकी पत्नी ने बेटे को नहीं बेटी को जन्म दिया है।
भ्रम में बेटा होने की बात कही
इस मामले में तीन नंबर पुलिस ने चौकी में ले जाकर कड़ाई से पूछताछ की। तब उसने बताया कि उसने अल्लाह से दुआ मांगी थी कि उसका बेटा ही होगा और उसने इस भ्रम में बेटा होने की बात कही है और उसने अपनी गलती स्वीकार की।
